स्वस्थ भारत के निर्माण में आगे आएं निजी क्षेत्र के अस्पताल : जय प्रताप सिंह

शाही ग्लोबल हॉस्पिटल गोरखपुर में एडवांस कार्डियक सेंटर एंड कैथलैब्स का किया उद्घाटन
गोरखपुर। 
प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए उन्हें तकनीकी रूप से समृद्ध किया जा रहा है। करीब 35 फीसदी लोग सरकारी अस्पतालों और 65 फीसदी निजी क्षेत्र में इलाज कराते है। चिकित्सा क्षेत्र की जटिलताओं और चुनौतियों को देखते हुए स्वस्थ भारत के निर्माण में निजी क्षेत्र के अस्पतालों को भी आगे आना चाहिए।
यह बातें उत्तर प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री राजा जयप्रताप सिंह ने रविवार को गोरखपुर में शाही ग्लोबल एडवांस कार्डियक सेंटर एंड कैथलैब्स के उदघाटन समारोह में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश की 23 करोड़ में से एक तिहाई से ज्यादा आबादी पीएचसी, सीएचसी और जिला अस्पतालों की सेवाएं ले रही है। जन आरोग्य मेला में अब तक करीब 12 लाख से ज्यादा लोगो ने जांच और उपचार कराया। सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों को भी निजी अस्पतालों की तरह साधन संसाधन और मशीनों से लैश कर रहे हैं । सभी स्वास्थ्य केंद्रो पर डाक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित किया गया।
शाही ग्लोबल हॉस्पिटल के प्रयास की सराहना करते हुए कहा कि एडवांस कार्डियक सेन्टर गम्भीर हृदय रोगियों के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि जटिल बीमारियों के इलाज में निजी क्षेत्र आगे आकर स्वस्थ भारत निर्माण में सहयोग करें। सरकार उन्हें हर संभव सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है।
विशिष्ट अतिथि ग्रामीण विधायक विपिन कुमार सिंह ने कहा कि योगी सरकार में मुख्यमंत्री राहत कोष से गम्भीर बीमारियों के इलाज के लिए आसानी से सहायता मिल रही है। 
एमएलसी देवेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि शाही ग्लोबल हॉस्पिटल रोगियों की सेवा में मानवता का मिशाल कायम कर रहा है। अन्य निजी अस्पतालों को भी इनका अनुसरण करना चाहिए। 
राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष डॉ विभ्राट चंद कौशिक ने कहा कि एडवांस कार्डियक सेंटर में विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधा मिलने से दिल के रोगियों को मुम्बई, दिल्ली जैसे बड़े और महंगे शहरों में जाने से निजात मिलेगी। 
कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी के उदघोषक सर्वेश दूबे ने किया। हॉस्पिटल की निदेशक डॉ सीमा शाही ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर एसकेएन हेल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड के सतीश चोपड़ा, करन चोपड़ा, आईएमए गोरखपुर अध्यक्ष डॉ संजय सिंह, डॉ डीके सिंह, खजनी विधायक सन्त प्रसाद, पूर्व मेयर श्रीमती अंजू चौधरी, डॉ सत्या पाण्डेय, डॉ संजीव सिंह, डॉ मनमोहन बरनवाल, डॉ अभिषेक सिंह, डॉ संतोष शर्मा, डॉ अजय कुमार गुप्ता, डॉ नित्यानंद सिंह, हरिओम श्रीवास्तव, डॉ एके गुप्ता, विजय गुप्ता, विनोद शाही, गुड्डू सिंह, विपिन कुमार सिंह समेत सैकड़ो डॉक्टर, गणमान्य लोग मौजूद रहे।


क छत के नीचे मिलेंगी यह सुविधाएं


वर्ल्ड क्लास एडवांस कैथलैब्स, पूर्ण आधुनिक कार्डियक केयर यूनिट, एडवांस होल्टर मॉनिटरिंग, ट्रेड मील टेस्ट, टू डी इकोकार्डियोग्राफी, ईसीजी, स्पेशलाइज्ड कार्डियक फार्मेसी आदि।


अस्पताल मंदिर और मरीज होता है भगवान : डॉ शिवशंकर शाही
शाही ग्लोबल कार्डियक सेंटर के उदघाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए डॉ शिवशंकर शाही ने कहा कि चिकित्सा सेवा प्रोफेशन नही बल्कि मिशन है। अस्पताल मंदिर, मरीज भगवान और डॉक्टर पुजारी होता है। भगवान की सेवा पूरी निष्ठा,समर्पण और ईमानदारी से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पैसे के अभाव में किसी की जान नही जानी चाहिए इसलिए उन्होंने पहले इलाज फिर हिसाब को मूलमंत्र बनाया है। 


जन्मजात हृदय रोग अब लाइलाज नही : डॉ नीरज अवस्थी


मैक्स साकेत हॉस्पिटल दिल्ली के बाल हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ नीरज अवस्थी ने कहा कि बच्चों में जन्मजात होने वाली दिल की बीमारियों का शत प्रतिशत इलाज सम्भव है। अगर समय से जांच और इलाज हो जाय तो बच्चे पूरी उम्र सामान्य बच्चों की तरह जीवन यापन करते है। उन्होंने कहा कि शाही ग्लोबल हॉस्पिटल के माध्यम से अबतक 72 बच्चों का निःशुल्क हार्ट सर्जरी की गई है। सभी बच्चे पूरी तरह सामान्य और स्वस्थ है।


कैथलैब्स हार्ट अटैक के रोगियों के लिए वरदान : डॉ रजनीश मल्होत्रा


देश के नामचीन हार्ट सर्जन और मैक्स हॉस्पिटल दिल्ली के कार्डियोलॉजी हेड डॉ रजनीश मल्होत्रा ने कहा कि गोरखपुर में आधुनिक कैथलैब की स्थापना हार्ट अटैक के रोगियों के लिए वरदान है। आपातकालीन परिस्थितियों में तुर्कन्त बेहतर इलाज मिलने से मृत्यु का जोखिम काफी कम हो जाएगा।


निःशुल्क शिविर में 70 हृदय रोगियों की हुई जांच
एडवांस कार्डियक सेंटर एन्ड कैथलैब्स उद्घाटन अवसर मैक्स साकेत हॉस्पिटल दिल्ली के सीनियर कार्डियो सर्जन डॉ रजनीश मल्होत्रा और पीडियाट्रिक हार्ट सर्जन डॉ नीरज अवस्थी द्वारा निःशुल्क हार्ट चेकअप कैम्प आयोजित किया गया। जिसमे 70 हृदय रोगियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर उनका इको, ईसीजी आदि जांच की गई।